KISMAT KA UPAY FUNDAMENTALS EXPLAINED

kismat ka upay Fundamentals Explained

kismat ka upay Fundamentals Explained

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प्रतिदिन सुबह खाना बनाने समय पहली रोटी गाय के लिए निकाल दें और शाम को खाना बनाते समय आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकाल लें, अब इसे गाय व कुत्ते को खिलाएं.

रत्न की जगह धारण कर सकते है पेड़ों की जड़ें भी

सपने में पति पत्नी को प्यार करते हुए देखना

रसोई घर में रखें वास्तु का ध्यान, नहीं होगीं बीमारियां – वास्तु शास्त्र टिप्स – rasoee ghar mein rakhen vastu ka dhyan, nahin hogeen bimaariyaan – vastu shastra strategies →

बुध को मजबूत करने के लिए आप बुध का रत्न धारण कर सकते हैं। बुध का रत्न पन्ना है और अगर आप पन्ना धारण नहीं कर सकते हैं तो आप ओनेक्स पन्ना का उपरत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि हम सलाह यही देंगे कि कोई भी रत्न किसी ज्योतिष से परामर्ष के बिना धारण न करें। व्यक्तिगत परामर्श के लिए विद्वान ज्योतिषियों से जुड़ने का शानदार विकल्प है एस्ट्रोसेज वार्ता।

यदि आपका किसी के साथ मुकदमा चल रहा हो और आप उसमें विजय पाना चाहते हैं तो थोडे से चावल लेकर कोर्ट/कचहरी में जांय और उन चावलों को कचहरी में कहीं पर फेंक दें ! जिस कमरे में आपका मुकदमा चल रहा हो उसके बाहर फेंकें तो ज्यादा अच्छा है !

कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।

क्यों है बुध ग्रह को मजबूत करना ज़रूरी? 

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वायव्य दिशा का वास्तु

आज अपने इस ब्लॉग में आचार्य कमल शर्मा बता रहे हैं कि कुंडली में बुध ग्रह मज़बूत हो तो व्यक्ति को क्या परिणाम मिलते हैं, यदि यह ग्रह अशुभ स्थिति या दुर्बल अवस्था में हो तो क्या कुछ नुक्सान उठाने पड़ते हैं, बुध ग्रह को मज़बूत करना क्यों ज़रूरी होता है, और इसे मज़बूत करने के लिए क्या कुछ  उपाय किये जा सकते हैं इसकी भी जानकारी आपको इस ब्लॉग में प्रदान की जा रही है।

* मिथुन राशि के जातक माँस, मदिरा आदि का बिलकुल भी सेवन न करें ।घर में मछली ना पालें। इस राशि के जातक स्त्रियों को पूर्ण सम्मान दें, अपनी माता को पूर्ण आदर सत्कार दें और छोटी कन्याओं को खुश करके उनका आशीर्वाद लें।

नौवें भाव के लिए गुरु का उपाय करना होता है। यदि नौवें भाव में पहले से ही गुरु ग्रह हैं तो अति उत्तम लेकिन धर्म विरुद्ध आचरण बर्बादी का कारण बन सकता है। मतलब यह कि मांस-मदिरा से दूर रहेंगे, सत्य बोलेंगे और पिता, दादा, ईश्‍वर और कुल देवता में श्रद्धा रखेंगे तो भाग्य जाग जाएगा। check here दूसरा यह कि नवम भाव सोया हुआ है तो प्रति गुरुवार के दिन पीला वस्त्र धारण करें, सोना पहनें और केसर का तिलक लगाएं।

रोज जब भी घर से निकले तो उसके पहले अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में स्थित सभी विपरीत ग्रह आपके अनुकूल हो जाएंगे और शुभ फल प्रदान करेंगे। माता-पिता के आशीर्वाद से आप पर आने वाला संकट टल जाएगा और आपके काम बनते चले जाएंगे।

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